Friday, August 27, 2010

अभिलाषा (27th August 2010, 1200 Hrs)



एक मेरी अभिलाषा जीवन की आओ मिलकर करें इसे पूरी
किसानो के विधवा वः  बच्चो की ज़िन्दगी न रह जाये अधूरी
एक मेरी अभिलाषा जीवन की सब मिलकर करें इसे पूरी
हर एक किसान के परिवार को मिलें जीवन साफ़ सुथरी


बरसों से किसानो ने जीवन हम सब को है दिया
अब हमारी बारी है आओ ज़िम्मेदारी निभाएं ज़रूरी
एक मेरी अभिलाषा जीवन की आओ मिलकर करें इसे पूरी
देश का कोई किसान न करें कभी खुदखुशी


एक मेरी अभिलाषा जीवन की आओ मिलकर करें इसे पूरी


२२ अगस्त २०१०

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